पृथ्वी की आंतरिक संरचना (Internal Structure of Earth) एक ऐसा विषय है जो हमें हमारे ग्रह के गहरे रहस्यों से परिचित कराता है। वैज्ञानिकों के अनुसार, पृथ्वी की आंतरिक परतें (Layers of Earth) क्रस्ट (Crust), मेंटल (Mantle), और कोर (Core) से मिलकर बनी हैं। ये परतें न केवल हमारे ग्रह की संरचना को समझने में मदद करती हैं, बल्कि भूकंप, ज्वालामुखी और टेक्टोनिक प्लेट्स की गतिविधियों का भी आधार हैं। इस ब्लॉग पोस्ट में, हम पृथ्वी की आंतरिक संरचना से जुड़े सभी महत्वपूर्ण पहलुओं को विस्तार से समझेंगे।
पृथ्वी की आंतरिक परतें
पृथ्वी की आंतरिक संरचना को मुख्य रूप से तीन परतों में बाँटा गया है:
- क्रस्ट (भूपर्पटी)
- मेंटल (प्रावार)
- कोर (क्रोड)
चलिए, इन्हें एक-एक करके समझते हैं।
➥ क्रस्ट (Crust) – पृथ्वी की सबसे ऊपरी परत
क्रस्ट (Crust) पृथ्वी की सबसे ऊपरी ठोस परत है, जो पृथ्वी की आंतरिक संरचना का सबसे बाहरी आवरण बनाती है। यह मुख्य रूप से सिलिका (SiO₂) और एल्युमिनियम जैसे हल्के तत्वों से बनी होती है। क्रस्ट की मोटाई अलग-अलग स्थानों पर भिन्न होती है—महाद्वीपीय क्रस्ट मोटी (30-50 किमी) होती है, जबकि महासागरीय क्रस्ट पतली (5-10 किमी) होती है।
यह परत पृथ्वी की सतह पर जीवन का आधार है और यही वह स्थान है जहाँ सभी जैविक, भौतिक और रासायनिक प्रक्रियाएँ संचालित होती हैं। क्रस्ट टेक्टोनिक प्लेट्स से बनी होती है, जो धीरे-धीरे खिसकती रहती हैं और भूकंप, ज्वालामुखी तथा पर्वत निर्माण जैसी भूगर्भीय घटनाओं को जन्म देती हैं।
- मोटाई: महाद्वीपीय क्रस्ट 30-50 किमी, महासागरीय क्रस्ट 5-10 किमी।
- संरचना: सिलिका (SiO₂) और एल्युमिनियम से बनी हल्की चट्टानें (बेसाल्ट और ग्रेनाइट)।
- विशेषताएँ:
- सबसे पतली परत, लेकिन मानव गतिविधियों के लिए सबसे महत्वपूर्ण।
- टेक्टोनिक प्लेट्स (Tectonic Plates) इसी परत में स्थित हैं।
क्रस्ट के प्रकार
प्रकार | मोटाई | संरचना | घनत्व (ग्राम/सेमी³) | प्रमुख तत्व |
महाद्वीपीय क्रस्ट | 30-50 किमी | ग्रेनाइट, चूना पत्थर | 2.7 – 3.0 | सिलिका, एल्युमिनियम |
महासागरीय क्रस्ट | 5-10 किमी | बेसाल्ट, मैग्मा | 3.0 – 3.3 | सिलिका, मैग्नीशियम |
➥ मेंटल (Mantle) – पृथ्वी की मध्यम परत
मेंटल (Mantle) पृथ्वी की आंतरिक संरचना की दूसरी परत है, जो क्रस्ट के नीचे स्थित होती है और लगभग 2,900 किमी तक फैली होती है। यह परत पृथ्वी के कुल आयतन का लगभग 84% भाग घेरती है और इसकी संरचना मुख्य रूप से मैग्नीशियम, आयरन और सिलिकेट युक्त चट्टानों से बनी होती है।
मेंटल को दो भागों में बाँटा जाता है:
- ऊपरी मेंटल (Upper Mantle): यह क्रस्ट के ठीक नीचे स्थित होता है और आंशिक रूप से पिघला हुआ रहता है। इसमें एस्टेनोस्फीयर नामक परत होती है, जो चिपचिपी होती है और टेक्टोनिक प्लेट्स को गति करने की सुविधा प्रदान करती है।
- निचला मेंटल (Lower Mantle): यह मेंटल की गहरी परत है, जो अत्यधिक उच्च तापमान (~3,000°C) और दबाव के कारण ठोस अवस्था में होती है।
मेंटल की परत में गर्मी का संचरण संवहन (Convection Currents) द्वारा होता है, जिससे टेक्टोनिक प्लेट्स की हलचल प्रभावित होती है। यही हलचल ज्वालामुखी, भूकंप और पर्वत निर्माण जैसी भूगर्भीय घटनाओं के लिए जिम्मेदार होती है।
- गहराई: क्रस्ट के नीचे 2,900 किमी तक।
- संरचना: मैग्नीशियम, आयरन और सिलिकेट युक्त चट्टानें।
➥ कोर (Core):
कोर (Core) पृथ्वी की सबसे गहरी और गर्म परत है, जो मुख्य रूप से लोहा (Iron) और निकेल (Nickel) से बनी होती है। यह परत पृथ्वी के केंद्र में स्थित है और इसकी मोटाई लगभग 3,500 किमी होती है।
कोर को दो भागों में विभाजित किया जाता है:
- बाहरी कोर (Outer Core):
- यह परत तरल अवस्था में होती है और पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
- बाहरी कोर में मौजूद तरल धातुएँ संवहन धारा (Convection Currents) उत्पन्न करती हैं, जिससे पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र निर्मित होता है।
- इसका तापमान लगभग 4,000°C – 5,000°C तक होता है।
- आंतरिक कोर (Inner Core):
- यह परत अत्यधिक तापमान (5,500°C से अधिक) और दबाव के कारण ठोस अवस्था में होती है।
- यह मुख्य रूप से ठोस लोहे और निकेल से बनी होती है।
- आंतरिक कोर का व्यास लगभग 1,220 किमी होता है।
मुख्य विशेषताएँ:
- संरचना: मुख्य रूप से लोहा और निकेल।
- तापमान: आंतरिक कोर में 5,500°C से अधिक, बाहरी कोर में 4,000°C – 5,000°C.
FAQs: पृथ्वी की आंतरिक संरचना
Q1. पृथ्वी की सबसे गर्म परत कौन सी है?
आंतरिक कोर (Inner Core), जहाँ तापमान 5,500°C तक पहुँचता है।
Q2. पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का स्रोत क्या है?
बाहरी कोर (Outer Core) में तरल लोहे की गतिविधियाँ।
Q3. पृथ्वी की आंतरिक संरचना कितनी परतों में विभाजित है?
पृथ्वी की आंतरिक संरचना तीन मुख्य परतों में विभाजित है—क्रस्ट (Crust), मेंटल (Mantle), और कोर (Core)।
Q4. पृथ्वी की सबसे बाहरी परत कौन सी है?
क्रस्ट (Crust), जो ठोस चट्टानों से बनी होती है और सतह पर पाई जाती है।
Q5. पृथ्वी की सबसे मोटी परत कौन सी है?
मेंटल (Mantle), जिसकी मोटाई लगभग 2,900 किमी तक होती है।
Q6. आंतरिक कोर ठोस क्यों होता है?
अत्यधिक दबाव (Pressure) के कारण, जो लोहे और निकल को ठोस बनाए रखता है।
Q7. बाहरी कोर तरल क्यों होता है?
क्योंकि तापमान बहुत अधिक होता है, जिससे लोहे और निकल को तरल अवस्था में रहने में मदद मिलती है।
Q8. क्रस्ट के नीचे कौन-सी परत पाई जाती है?
मेंटल (Mantle), जो अर्ध-ठोस अवस्था में होती है और लिथोस्फेयर को सपोर्ट करती है।
Q9. पृथ्वी की आंतरिक संरचना का अध्ययन कैसे किया जाता है?
मुख्य रूप से भूकंपीय तरंगों (Seismic Waves) के अध्ययन द्वारा।
Q10. पृथ्वी की सबसे पतली परत कौन-सी है?
क्रस्ट (Crust), जिसकी मोटाई महासागरों के नीचे 5-10 किमी और महाद्वीपों के नीचे 30-50 किमी होती है।
निष्कर्ष (Conclusion)
हमारी पृथ्वी की अंदरूनी बनावट उसके अतीत, वर्तमान और भविष्य को समझने की चाबी है। यह तीन परतों से मिलकर बनी है – क्रस्ट, मेंटल और कोर, जिनकी गहराइयों में छिपे रहस्य हमें कई भूगर्भीय घटनाओं को समझने में मदद करते हैं।
इस लेख में हमने पृथ्वी की अंदरूनी परतें (क्रस्ट, मेंटल, कोर) और उनके महत्व को समझा। परीक्षा में इनसे जुड़े DIAGRAMS और तथ्य अक्सर पूछे जाते हैं। NCERT और दिए गए लिंक्स से रिवीज़न करें, और “Seismic Waves” या “पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र” जैसे टॉपिक्स को न छोड़ें! और mock test देने के लिए यहाँ क्लिक करे।